स्वामी विवेकानंद की दृष्टि में बुद्ध और बौद्ध धम्म
स्वामी विवेकानंद की दृष्टि में बुद्ध और बौद्ध धम्म
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लेखक : ‘धम्मप्रिय’ भंवरसिंह सहवाल
पृष्ठ : 80
— विषय सूची (CONTENTS) —
अध्याय-1
स्वामी जी पर बुद्ध के व्यक्तित्व का प्रभाव
भारतीय धर्म-दर्शन के आधुनिक अभिवक्ता
बुद्ध के प्रति आकर्षण
कतिपय भ्रान्तियां
अध्याय-2
बौद्ध धर्म के प्रति धारणा
मानसिकता का प्रश्न विरोध एवं अन्तर्विरोध
अध्याय-3
इतिहास सम्बन्धी विसंगतियां
महायान व हीनयान-पूर्वापर अस्तित्व का प्रश्न
'माया' शब्द की अप्रासंगिकता
शिवोपासना और बौद्ध धर्म
बौद्ध स्थल व शैव तीर्थ
अध्याय-4
अधूरी दृष्टि का खेल
अधिकारी-भेद, अहिंसा और देश के सर्वनाश का प्रश्न
क्या मांस-मछली का भक्षण उचित है?
अध्याय-5
धर्म, धर्म-प्रचार और धर्मान्तरण
धर्म की सम्यक् अवधारणा
बुद्ध और धर्म-प्रचार की प्रथा का प्रश्न
धर्म-दीक्षा या धर्मान्तरण?
अध्याय-6
भय, विश्वास और ईश्वर की परिकल्पनाः
दृष्टि-भ्रम का महागान
झगड़े की जड़
स्वाभाविक मौत का प्रश्न
अध्याय-7
धर्म की शक्ति और समन्वय के सूत्र
धर्म की सर्वज्ञता
अविद्या तथा उसका निरोध
कर्म का सिद्धान्त
पुनर्जन्म का विज्ञान
जीवन जगत् की अनित्यता
स्वामी जी की प्रथम पहल
निष्कर्ष
परिशिष्ट 1-5
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