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जनता

जनता

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लेखक : डॉ. बी.आर. आंबेडकर 

अनुवादक : विनय कुमार वासनिक 

पृष्ठ : 336

 

— अनुक्रमणिका —

समर्पण

प्रकाशकीय

भूमिका

पत्र क्रमांक 01 अधिकारियों की इच्छा के अनुरूप कार्यक्रम में बदलाव

पत्र क्रमांक 02 आप जन्म से अछूत नहीं इतना ही आपका दोष है

पत्र क्रमांक 03 गोलमेज परिषद के लिए प्रस्थान बोट की हकीकत.

पत्र क्रमांक 04 ऐडन बंदरगाह और लाल सागर

पत्र क्रमांक 05 स्वेज नहर के निमित्त से

पत्र क्रमांक 06 डॉ. जयकर और डॉ. शाफत अहमद..

पत्र क्रमांक 07 गांधीजी के वैराग्य और साधु वृत्ति का प्रदर्शन.

पत्र क्रमांक 08 'जनता' पत्र के लिए लिखने का संकल्प

पत्र क्रमांक 09 डॉ. आंबेडकर के विशेष पत्र 'जनता' समाचार-पत्र के लिए

पत्र क्रमांक 10 गांधीजी आए और उन्होंने देखा

पत्र क्रमांक 11 जहां नहीं चाहिए वहां सुई की भी पाबंदी.

पत्र क्रमांक 12 गांधीजी की अव्यावहारिक योजना

पत्र क्रमांक 13 जयघोष का मतलब विभूतिपूजा

पत्र क्रमांक 14 अस्पृश्यता निवारक संघ का कार्य कैसा होना चाहिए.

पत्र क्रमांक 15 मनुष्यों से अधिक मुझे पुस्तकों से प्रेम है, यही सच्चाई है.

पत्र क्रमांक 16 हम जाति के ब्राह्मण और हमारे रिश्तेदार मुसलमान

पत्र क्रमांक 17 संगठन के बल पर सर्वांगीण प्रगति

पत्र क्रमांक 18 'जनता' समाचार-पत्र के लिए हरेक को मदद करनी चाहिए

पत्र क्रमांक 19 सर्वांगीण प्रगति के लिए समाचार-पत्र की आवश्यकता

भाग-2: लेख

01 मांगी थी रोटी पर मिले पत्थर

02 अछूत भाइयों के नाम संदेश

03 अस्पृश्यों का धर्मांतरण एवं उनके राजनीतिक अधिकार

04 श्रीमंत बापूसाहेब महाराज एक उत्कृष्ट न्यायाधीश

05 रेम्जे मैक्डोनॉल्ड और भारत

06 क्या गांधीजी महात्मा हैं?

07 धूर्त कौन? कांग्रेस या मजदूरों के नेता

08 महाराज सयाजीराव गायकवाड़ को श्रद्धांजलि

09 स्वतंत्र मजदूर दल की युद्ध संबंधी नीति

10 अस्पृश्यता की कुलकथा (कुल की कहानी)

11 समाचार-पत्र की स्वतंत्रता की रक्षा का मार्ग

12 अभी राष्ट्र बनना बाकी है!.

13 भारत की राजनीति की फजीहत (भाग 1)

14 क्रांति की उपासना के ध्येय की रक्षा

15 कामगार शक्ति की विजय हो

16 सभी लोगों का महारों पर निशाना

17 राजनीति में नया संप्रदाय

18 अच्छा हुआ, महात्मा गया, आदमी रह गया

19 बुद्ध जयंती का राजनीतिक महत्त्व 

20 दंगा हुआ, दंगा हुआ, किंतु उपाय कुछ नहीं.

21 मातंग समाज के छात्र को डॉ. आंबेडकर द्वारा दिया गया जवाब

22 सच्चाई अथवा धूर्तता

23 अंग्रेजों की धोखेबाजी

24 प्रजातंत्र या नाजीवाद.

25 झूठे राष्ट्रवाद के भुलावे और कोरी घोषणाओं में मजदूरों को फंसना नहीं चाहिए.

26 हमें स्वतंत्रता चाहिए। साथ ही गुलामी को हम ठोकर से उड़ाएंगे

27 युवकों को दो बातों के लिए तैयार होना चाहिए

28 जिन लोगों में हमारा जन्म हुआ है उनका उद्धार करना हमारा कर्तव्य है.

29 परमपूज्य बाबासाहेब डॉ. आंबेडकर का 'अरुण' समाचार-पत्र के लिए संदेश

30 मडके बुवा के निधन का समाचार सुनकर आघात पहुंचा

31 बुद्ध और उनके धम्म का भविष्य.

32 ब्राह्मणेत्तर वर्ग ने महामना फुले को भुला दिया.

33 हिंदू स्त्रियों की उन्नति एवं अवनति.

34 हिंदू समाज के वर्ग-वर्ग के बीच ऊंच-नीच का भेद, लिंगभेद कायम रखकर सुधारवादी कानून बनाना मतलब गंदगी साफ न करते हुए बहुमंजिली इमारत बनाने जैसा है

35 बाबासाहेब डॉ. आंबेडकर का संकल्प

36 पुराने वाङ्मय (साहित्य) का जीर्णोद्धार

37 स्वाभिमान की ज्योति जलाए रखो !

38 भाषानुरूप प्रांत रचना

39 रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया

40 'दि बुद्धा एंड हिज धम्मा' (तीन में से एक पुस्तक है)

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